पद्य सागर सहित शब्दावली का तीसरा प्रकाशन दो और प्राचीन लिपियों में जो पहले छापे के पीछे हाथ आई बड़े ही परिश्रम से शोधकर दो भागों में निकाला गया था, और पद्य सागर का छोटा ग्रंथ भी उसी के साथ छापा गया है।