मीराबाई की शब्दावली में उनका जीवन चरित्र पूरी तरह से पाठकों की रूचि के अनुसार छापा गया है जिसमें अनेक अति कोमल, मधुर, रसीले और प्रेम रस में पगे हुए मुख्य-मुख्य अंगों और रागों के अनुसार रखे गये हैं।