जगजीवन साहिब की बानी पहिला भाग जिनमें महात्मा जी अति मनोहर ओर उपकारक पद चार अंगों के मय जीवन चरित्र सहित बड़े जतन से शोध कर गूढ़ शब्दों और कड़ियों के अर्थ व संकेत सहित छापे गये हैं पुस्तक बिनती और प्रार्थना, चेतावनी, गुरू और शब्द महिमा, कर्म धर्म निषेध ओर उपदेश सदगुरू व शब्द भक्ति का आदि विषयों का बड़ा ही सुन्दर वर्णन किया गया है।