पुस्तक में 49-सतगुरू के अंग, 50-सुमिरन अंग, 6-बिरहा का अंग, 38 सूर का अंग, 4-नाद परचे का अंग, 48-ब्रह्मा का अंग, 11-अंस उदास का अंग, 6-सुपग के अंग आदि अनेक महत्वपूर्ण प्रसंग के साथ महात्मा अनमोल बाननियां का अथाह सागर है।