भाग-1 की थोड़ी सी साखियाँ ऐसी हैं तो दूसरे अंग में दुहरायी गई हैं परन्तु यह ढंग सर्व हस्तलिखित है और छपी पुस्तकों में पाया गया है पुस्तक पूर्णतया क्रमबद्ध है पुस्तक में गुजराती भाषा के शब्दों को अन्त में जोड़ा गया जो पुस्तक की महत्ता की दृष्टि से नितान्त आवश्यक था और पुस्तक में विभिन्न राज्यों का पूर्ण समावेश है पुस्तक सरल एवं राम नाम महिमा का अथाह सागर है।